ऋषिः -

देवता - प्रजापतिर्वरुणो वा

छन्दः - प्राजापत्या गायत्री

स्वरः - कुन्ताप सूक्त

स्वर सहित मन्त्र

श॒फेन॑ इ॒व ओ॑हते ॥

स्वर सहित पद पाठ

श॒फेन॑ । इ॒व । ओ॑हते ॥१३१.७॥


स्वर रहित मन्त्र

शफेन इव ओहते ॥


स्वर रहित पद पाठ

शफेन । इव । ओहते ॥१३१.७॥