ऋषिः -

देवता - प्रजापतिः

छन्दः - दैवी बृहती

स्वरः - कुन्ताप सूक्त

स्वर सहित मन्त्र

परि॑ त्रयः ॥

स्वर सहित पद पाठ

परि॑ । त्रय: ॥१२९.८।


स्वर रहित मन्त्र

परि त्रयः ॥


स्वर रहित पद पाठ

परि । त्रय: ॥१२९.८।