ऋषिः -

देवता - प्रजापतिः

छन्दः - प्राजापत्या गायत्री

स्वरः - कुन्ताप सूक्त

स्वर सहित मन्त्र

हरि॑क्नि॒के किमि॑च्छसि ॥

स्वर सहित पद पाठ

हरि॑क्नि॒के । क‍िम् । इ॑च्छस‍ि ॥१२९.४॥


स्वर रहित मन्त्र

हरिक्निके किमिच्छसि ॥


स्वर रहित पद पाठ

हरिक्निके । क‍िम् । इच्छस‍ि ॥१२९.४॥