atharvaveda/19/19/7
ऋषिः - अथर्वा
देवता - चन्द्रमाः, मन्त्रोक्ताः
छन्दः - अनुष्टुब्गर्भा पङ्क्तिः
स्वरः - शर्म सूक्त
स॒मु॒द्रः। न॒दीभिः॑। उत्। अ॒क्रा॒म॒त्। ताम्। पुर॑म्। प्र। न॒या॒मि॒। वः॒। ताम्। आ। वि॒श॒त॒। ताम्। प्र। वि॒श॒त॒। सा। वः॒। शर्म॑। च॒। वर्म॑। च॒। य॒च्छ॒तु॒ ॥१९.७॥
समुद्रः। नदीभिः। उत्। अक्रामत्। ताम्। पुरम्। प्र। नयामि। वः। ताम्। आ। विशत। ताम्। प्र। विशत। सा। वः। शर्म। च। वर्म। च। यच्छतु ॥१९.७॥